Hanuman Ji Story : जब प्रभु श्रीराम द्वारा लंका में चढ़ाई करने के उपरांत एक संदेश जो कि माता-पिता जी के पास भेजना था | उस दौरान समुंद्र को लांग कर लंका कौन जाएगा इसका चयन अंगद जी द्वारा अपनी सैनिकों में किया जा रहा था | तब अंगद जी ने हनुमान जी से इस कार्य को पूरा कराने के लिए कहा जाता है | और तुरंत हनुमान जी इस कार्य को करने के लिए तत्पर दिखाई देते हैं |
जबकि यह कार्य अंगद जी स्वयं भी कर सकते थे | लेकिन अंगद जी ने इस कार्य को पूर्ण कराने के लिए हनुमान जी को भेजा जाता है | जबकि अंगद जी बुद्धि और बल में हनुमान जी से थोड़े भी कम नहीं थे | समुंद्र के उस पार जाना अंगद जी द्वारा बिल्कुल ही सरल था किंतु , वह उधर से लौटकर आने में असमंजस था |
क्या कारण था कि, अंगद जी लंका न जाकर हनुमान जी को लंका भेजा गया,
Hanuman Ji Story : एक श्राप के कारण अंगद जी द्वारा लंका जाकर वापस आना संभव नहीं था | वह क्षणभर में लंका जा सकते थे लेकिन, उनके द्वारा हनुमान जी को लंका जाकर माता सीता को संदेश पहुंचाने का अनुग्रह किया गया | बाली के पुत्र अंगद जी थे | जबकि रावण का पुत्र अक्षय कुमार था | अंगद जी और अक्षय एक ही गुरुकुल में शिक्षा प्राप्त किया करते थे |
Hanuman Ji Story 2024 : जबकि अंगद बहुत बलशाली एवं बहादुर और चंचल स्वभाव के विद्यार्थी अपने समय में हुआ करते थे | वह प्रायः अक्षय कुमार जो कि रावण के पुत्र थे जीने हंसी मजाक में अंगद द्वारा थप्पड़ मार दिया जाता था | और अक्षय कुमार उनके द्वारा लगे थप्पड़ से किंचित अवस्था यानी मूर्छित हो जाते थे | रावण के पुत्र अक्षय कुमार बार-बार रोते हुए गुरुजी के पास जाकर अंगद जी की शिकायत किया करते थे | जिससे गुरुजी भी अंगद जी से तंग आकर एक श्राप अंगद जी को दे दिया जाता है |
Hanuman Ji Story : गुरु जी द्वारा कहा जाता है यदि अंगद इसके बाद तुम्हारे ऊपर हाथ भी उठाएगा तो वह उसी समय उसकी मृत्यु हो जाएगी | अंगद जी द्वारा यही संसय था कि, कहीं लंका में उनका सामना अक्षय कुमार से ना हो जाए नहीं तो, श्राप के कारण गड़बड़ हो सकती थी | इसीलिए उन्होंने पहले हनुमान जी को लंका जाने के लिए कहा जाता है | और यह बात रावण भी जानता था | इसीलिए जब राक्षसों ने रावण को बताया की एक भारी वानर आया है | और वह अशोक वाटिका को उजाड़ रहा है तो, रावण ने सबसे पहले अक्षय कुमार को ही भेजा वह जानता था |
Hanuman Ji Story : कि बंदरों में इतना बलशाली बाली और अंगद ही है | जो सै योजन का समुद्र लांग कर लंका में प्रवेश कर सकते हैं | जबकि बालि का वधू श्री रामचंद्र द्वारा हो चुका है तो, हो ना हो यह अंगद ही होगा और अगर वह हुआ तो अक्षय कुमार उसका बड़ी सरलता से वध कर देगा, किंतु वह तो हनुमान जी थे | हनुमान जी ने अक्षय कुमार का राम नाम सत्य कर दिया, जब राक्षसों ने जाकर यह सूचना रावण को दी तो सीधे मेघनाथ भेजा गया और उस वानर को मारना नहीं है |
Hanuman Ji Story : – बल्कि बंदी बनाकर लेकर आना है जिसे मैं देखना चाहता हूं बाली और अंगद के सिवाय और कौन सा वानर इतना बलशाली है | हनुमान जी ज्ञानी नाम ग्रहण हैं, वह बिना पूछे कोई बात जान जाते हैं | दूर दृष्टि शक्ति तो हनुमान जी के पास था ही, उन्होंने सोचा जब अक्षय कुमार जीवित रहेगा तब तक अंगद जी द्वारा लंका में प्रवेश नहीं किया जा सकता |
Hanuman Ji Story : इसीलिए, हनुमान जी ने बिना देर किए अक्षय का वध कर दिया जिससे कि अंगद जी भी बिना संसय के लंका में प्रवेश कर सकें अक्षय कुमार की मृत्यु के बाद लंका में प्रवेश उनके लिए आसान हो जाएगा अक्षय के मृत्यु के बाद अंगद बाद में लंका में शांति दूत बनकर भी आए थे |
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